नंदिनी की दोस्त अबाबील...!
परसो की बात है एक परिचित सज्जन मेरे घर मे एक घायल चिड़िया छोड़ कर चले गये. उन्हें यह चिड़िया सडक पर घायल मिली थी. यह चिड़िया अबाबील है जो कि घरो की दिवारो मे मिट्टी के घोसले बनाती है. दरअसल यह अबाबील घायल ना होकर बीमार और डरी हुई थी.
घर मे हमने इस चिड़िया को पानी पिलाया फ़िर भी यह उड़ नहीं रही थी. हमने इसे एक प्लास्टिक के खाली टोकने मे ऐसे ही खुला रख दिया फ़िर भी उसने एक बार भी उड़ने की कोशिश नहीं की. बेहद ही डरी हुई सहमी सी इस चिड़िया को मेरी चार साल की बेटी नंदिनी ने बहुत खिलाया.
इसका बहुत ध्यान रखा. लगभग दो दिन तक यह अबाबील उसी टोकनी मे पड़ी रही. हमने तो उसके जीने की उम्मीद ही छोड़ दी थी. शायद उसे बुखार था. दुसरे दिन उसका बुखार कम हुआ. अब उसे देखने से लगने लगा अब यह थोड़ी ठीक हो रही है. दुसरे दिन उसने अपने आप एक छोटी सी उड़ान भरी लेकिन वह गिर पडी. फ़िर थोड़ी देर बाद उसने पुरी ताकत से उड़ान भरी और वह फ़ुर्र से आसमान मे उड़ गयी. उस समय नंदिनी सो रही थी.




















