18 मई 2018

1962 का बस्तर दशहरा

जनता के राजा - प्रवीरचन्द्र भंजदेव .....!
मित्रो प्रस्तुत चित्र 1962 के बस्तर के दशहरे का है जिसमे जनता के राजा , बस्तर के महाराजा प्रवीरचन्द्र भंजदेव जी महारानी वेदवती जी के साथ रथारूढ़ हुए थे.1961 मे महाराजा प्रवीरचन्द्र को अपदस्थ कर उनके छोटे भाई विजयचन्द्र को बस्तर का महाराजा घोषित कर दिया गया था. लाला जगदलपुरी जी अपनी पुस्तक बस्तर इतिहास एवँ संस्कृति मे कहते है कि शासन विजयचन्द्र भंजदेव द्वारा ही दशहरा मनाये जाने पर सहायता देने को राजी था. 


लेकिन विरोधी आदिवासियो के दिलो स्थापित प्रवीर के एकछत्र साम्राज्य को हिला ना सके. बस्तर भूषण Bastar Bhushan कहता है कि कभी दशहरे मे रथ पर सवार ना होने वाले प्रवीर "जनता के राजा" बनकर सपत्नीक रथ पर सवार हुए. लगभग 5 लाख आदिवासी बस्तर के कोने कोने से आकर दशहरे मे शामिल हुए. उनके लाखो समर्थक आदिवासियो ने दशहरे का खर्च उठाकर बस्तर के इतिहास में बेहद शानदार दशहरा मनाया. 1965 तक उनकी मृत्यु पर्यन्त तक सभी दशहरे बेहद शानदार ढंग से मनाये जाते रहे है.