3 मई 2019

बस्तरिया बोबो

बस्तरिया बोबो का स्वादिष्ट नाश्ता.......!
राह चलते फोटोग्राफ़ी 04
राह चलते हमें सड़क किनारे एक महिला बोबो बेचते हुये मिली। कढ़ाही में तलते हुये बोबो देखकर रहा नहीं गया, चारो तरफ फैली सुगंध ने तो हमें मजबूर कर दिया कि आज तो हम बोबो खाकर ही आगे बढ़ेगे।
बस्तर की स्थानीय बोलियों में उड़द के चपटे बड़ों को बोबो कहा जाता है। बोबो उड़द दाल और चावल के घोल से तैयार होने वाला स्वादिष्ट व्यंजन है। साथ में तली हुई मिर्ची मिल गई तो बस मजा आ गया बोबो खाने में ।



बस्तर के व्यंजनों में बोबो सबसे सस्ता और स्वादिष्ट नाश्ता है। हाट बाजारों के दिनों में बोबो बेचती हुई कई ग्रामीण महिलायें मिल जाती है। सड़क किनारे कहीं भी अच्छी जगह देखकर चुल्हा लगा लिया जाता है, घर से बोबो के लिये उड़द का घोल तैयार लाते है और फिर गर्म तेल की कढ़ाही में तलकर बोबो खाने के लिये तैयार हो जाता है।
बीस रूपये में तो हम दोनों के लिये पेटभर बोबो खाने को मिल गये। बस्तर में आपने कभी बोबो खाया है कि नहीं ? जब कभी बस्तर आये तो बस्तर का स्वादिष्ट व्यंजन बोेबो जरूर खायें।
राह चलते फ़ोटोग्राफ़ी की कड़ी मे यह 4 थी पोस्ट है। बाईक से कुल 70 किलोमीटर की यात्रा करते समय मैने जो देखा उसे उसी अवस्था मे कैमरे मे कैद किया।
राह चलते फ़ोटोग्राफ़ी मे पहले से कुछ भी तय नहीं होता कि क्या फोटो लेना है जो भी अच्छा लगे बस क्लिक कर लो। हाँ कैमरा हरदम हाथों मे होना चाहिए , पता नहीं अगले मोड़ पर कौन सा अच्छा पल मिल जाये!