8 फ़रवरी 2019

मुकड़ी मावली के दरबार में होती है प्रेमियों की ईच्छा पुरी

मुकड़ी मावली के दरबार में होती है प्रेमियों की ईच्छा पुरी


प्रत्येक व्यक्ति की इच्छा होती है की उसे उसका मनचाहा जीवनसाथी मिले परन्तु हर व्यक्ति की यह इच्छा पूरी नहीं होती है। कुछ खुशनसीब होते है जिन्हे उनके मनपसंद जीवनसाथी मिल जाते है। हर प्रेमी जोड़े की ख्वाहिश होती है कि उनका प्रेम अमर रहे, वो दोनों हमेशा साथ रहे। 

परन्तु विभिन्न कारणों से प्रेमी प्रेमिका साथ नही रह पाते है। उनका प्रेम अधूरा रह जाता है। बहुत से प्रेमी प्रेमिका अपने विवाह के लिए विभिन्न तरह के मनौतियां मांगते है। कई तरह के टोटके करते है। मंदिरो में भगवान से प्रार्थना करते है। दंतेवाड़ा में मुकड़ी मावली के समक्ष मांगी गई विनती जरूर पुरी होती है। 

दंतेवाड़ा जिले के छिंदनार ग्राम में प्रचलित एक मान्यता के अनुसार हर वर्ष कई प्रेमी अपने मनवांछित प्रेमिका से विवाह करने के मुकड़ी मावली माता के मंदिर आते है। अपनी प्रेमिका या चहेती लड़की से शादी करने के लिए यहां प्रचलित मान्यता अनुसार उसके बाल या कपडे को पत्थर के नीचे दबाकर रखा जाता है और देवी से बिना रूकावट शादी कराने का निवेदन करते है।

 देवी के शक्ति से नहीं चाहने वाले लड़की तथा उसके परिजनों का विचार बदल जाता है और वे शादी के लिए तैयार हो जाते है। ऐसे सफल प्रेमी हर साल जून में आयोजित जात्रा में आकर देवी को अपनी भेंट चढ़ाते है। इस मंदिर में महिलाओ का जाना वर्जित है।

गीदम से बारसूर मार्ग में स्थित हीरानार से बायीं ओर १७ की. मी. की दुरी पर छिंदनार ग्राम है। इस  छिंदनार ग्राम से बारसूर जाने वाले मार्ग में लगभग चार किलोमीटर की दुरी पर पहाड़ी के नीचे  सैकड़ो वर्ष पुराना एक छोटा सा मंदिर स्थित है। मंदिर काले पत्थर के शिलाओं से निर्मित है। मंदिर में मुकड़ी मावली माता की प्रतिमा स्थापित है। घने जंगलों के मध्य स्थित यह जगह काफी रोमांचकारी है।  किसी जानकार व्यक्ति के साथ यहाँ जा सकते है।